किसान भ्रमित ना हों, बिल का करें अध्ययन, 27 सितंबर का भारत बन्द औचित्यहीन-रविकान्त गर्ग
भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रविकान्त गर्ग ने कृषि सुधार कानूनों के विरोध में किसान संगठनों के 27 सितंबर को आयोजित भारत बन्द को बेबुनियाद, किसानों एवं व्यापारियों के हितों के विरुद्ध तथा देश की प्रगति में बाधक बताया है ।
श्री गर्ग ने दावा किया है कि देश के 20 करोड़ से अधिक उद्यमी, व्यापारी, कारोबारी एवं MSME सेक्टर के छोटे उद्यमी, दुकानदार और रेहड़ी- पटरी वालों का इस स्वार्थ-परक, भारत बन्द रूपी षड्यंत्र से कोई सरोकार नहीं है और यह वर्ग भारत बन्द में किसी प्रकार शामिल नहीं होगा ।
श्री गर्ग ने कृषि बिलों के विरोध रूपी आंदोलन को देश की आर्थिक, औद्योगिक एवं व्यापारिक प्रगति और विकास के लिए अवरोध बताते हुए देश के 40 करोड़ वास्तविक किसानों से कृषि बिलों का गहराई से अध्ययन करने की अपील करते हुए कहा है कि डेढ़ साल से देश का हर वर्ग कोरोना संकट से जूझते हुए परेशान और संकट काल में रहा है,
वर्तमान में जब आर्थिक, औद्योगिक, व्यापारिक विकास पटरी पर लौट रहा है, तब इस प्रकार के षड्यंत्रपूर्वक आंदोलन, रास्ता जाम तथा भारत बन्द जैसी घोषणाएं देश के विकास में बाधक हैं, जिनके लिए केंद्र-राज्य सरकारों एवं देशवासियों को प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है ।
देश के वरिष्ठ व्यापारी नेता श्री रविकान्त गर्ग ने वर्तमान आंदोलन से उद्योग-व्यापार एवं जनमानस को हो रही गंभीर समस्याओं, कठिनाइयों से अवगत कराते हुए कहा है कि एक वर्ष से अधिक समय से जन-जीवन अस्त- व्यस्त है, उद्योग, व्यापार , मंडिया एवं बाजार बन्द पड़े हैं, जिसके कारण लाखों करोड़ की आर्थिक क्षति एवं बेरोजगारी की समस्या गंभीर रूप धारण कर रही है ।
श्री गर्ग ने सभी जन-मानस से देश की प्रगति में बाधक कथित 27 सितंबर के बन्द का बहिष्कार करने एवं केंद्र सरकार से इस समस्या से निपटने हेतु गंभीरता से कदम उठाकर जन-जीवन सामान्य बनाने तथा उद्योग-व्यापार को सुचारू किए जाने हेतु पूर्ण सुरक्षा प्रदान किए जाने का अनुरोध किया है