तालीम और तहजीब का मंदिर खोलेगा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच तालीम और तहजीब का मंदिर (स्कूल) खोलेगा। साथ ही स्वरोजगार, सीता रसोई, यतीमखाने और सामूहिक विवाह कराने का भी लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा और भी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। यह फैसले मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में लिए गए जो दिल्ली के हरियाणा भवन में संपन्न हुआ। बैठक में हिंदू मुस्लिम एकता पर विशेष जोर देते हुए देश को प्रगति, शांति, संपन्नता के रास्ते ले जाने का फैसला हुआ।
अधिवेशन की अध्यक्षता आरएसएस कार्यकारिणी के सदस्य और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने की। बैठक में स्वतंत्रता के अमृत महोत्सवी वर्ष में स्वतंत्रता आंदोलन में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। साथ ही स्वतंत्रता के बाद जिन्होंने देश की रक्षा में आतंकवादियों के खिलाफ लड़ते हुए प्राण न्योछावर किये उनको और कोविड महामारी के दौरान जो मंच के कार्यकर्ता गुजर गए उनको भी श्रद्धांजलि दी गई।
बैठक में मंच के प्रकोष्ठों की पुनर्रचना की गई। मीडिया, महिला, बुद्धिजीवी, युवा, मदरसा शिक्षा, गौसेवा, सेवा एवं पर्यावरण जैसे प्रकोष्ठ बनाये गए। इन प्रकोष्ठों के जरिए मंच के काम एवं संगठन को मजबूत बनाने की दृष्टि से नए दायित्वों की घोषणा भी की गई।
इंद्रेश कुमार के मार्गदर्शन में अनेकों महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में देश के हालात पर गहन मंथन हुआ और यह निर्णय लिया गया कि आने वाले समय में देश में तालीम केंद्र शुरू कर बच्चों को अच्छी तालीम और तहजीब की सीख देने की व्यवस्था करेगा। इसके तहत अनेकों स्थान पर स्कूल खोला जाएगा। भविष्य में कॉलेज खोलने एवं रोजगार के अनेकों अवसरों पर भी काम किया जायेगा।
महिलाओं के खिलाफ अपराध कम करने एवं महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए समाज को जागरूक किया जाएगा। देश के विभिन्न हिस्सों में स्किल इंडिया के तहत लोगों में स्किल डेवलपमेंट सेंटर खोला जाएगा ताकि स्वरोजगार के लिए लोगों में दक्षता आए एवं स्वरोजगार के साधन बन सकें। इस तरह से रोजगार के अवसर बढ़ने से युवाओं और महिलाओं का सशक्तिकरण अच्छे ढंग से हो पाएगा।
एमआरएम रोटी बैंक (अनाज बैंक) और सीता रसोई के अपने कार्यक्रमों को और बढ़ाएगा ताकि अधिक से अधिक लाचार एवं असहाय भूखों को दो वक्त का खाना नसीब हो सके। साथ ही साथ ऐसे लोगों के जीविकोपार्जन के उपायों पर भी काम किया जायेगा ताकि इनकी समस्या को दूर किया जा सके। यतीमखाने को सुविधाएं मुहैया कराने पर भी फैसला लिया गया। साथ ही साथ सामूहिक विवाह के कार्यक्रमों को अधिक से अधिक बढ़ाया जायेगा। मदरसों में दीनी तालीम के अलावा सामान्य पढ़ाई पर भी जोर देने की बात की गई। इस तरह के सारे काम मुस्लिम राष्ट्रीय मंच पहले से ही कर रहा है लेकिन इसे और भी व्यापक करने पर इंद्रेश कुमार ने जोर दिया ताकि देश का चौतरफा विकास हो सके। मंच देश के कई स्थानों पर ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर और दवाई उपलब्ध कराने का काम करता रहा है और कोविड के तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर इस सेवा को और भी बढ़ाया जायेगा।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के विभिन्न प्रकोष्ठों ने तीन महीने पहले 4 और 5 जुलाई को हुई बैठक में जो कार्यों की रूपरेखा तैयार की गई थी उस पर संपन्न कार्यक्रमों पर रिपोर्ट पेश की गई तथा इस दौरान हुए कार्यक्रमों पर संतोष व्यक्त किया गया। मंच की अगली राष्ट्रीय बैठक गुजरात में होगी।