उत्तराखंड में टूटेगी परंपरा, लगातार दूसरी बार बीजेपी बना रही सरकार-धन सिंह रावत
उत्तराखंड में इस समय चुनाव की सरगर्मियां हैं। राज्य में एक के बाद एक तीन मुख्यमंत्री बदले गए थे। ऐसे में ये समझना लाजमी होगा कि इस समय राज्य में बीजेपी की क्या स्थिति है? क्योंकि विपक्षी दल भी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त दिख रही है। साथ ही उत्तराखंड में अब तक जो ट्रैक रिकॉर्ड रहा है वो यह है कि राज्य में बीजेपी और कांग्रेस को हर पांच साल बाद सरकार बनाने का मौका मिलता रहा है। क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करिश्मा और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मेहनत रंग लाएगी और हर पांच साल पर सरकार बदलने की परंपरा इस बात उत्तराखंड में टूटेगी? इसी सिलसिले में बीजेपी की तैयारियों और रणनीति की पड़ताल करने के लिए हमने बात की युवा और जोशीले नेता धन सिंह रावत के जो राज्य में केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
प्रश्न: उत्तराखंड राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और सहकारिता जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय में मंत्री के रूप में सेवा दे चुके धन सिंह रावत जी आपसे जानना चाहेंगे कि बीजेपी की चुनाव को लेकर क्या तैयारी है?
उत्तर: बीजेपी अपनी तैयारियों में जोर शोर से लगी हुई है। हमारी सरकार का कार्यकाल बहुत अच्छा और प्रभावशाली रहा है। जनता से किए वादे हमने बखूबी पूरे किए हैं। राज्य में चौतरफा विकास हुआ है। लोगों के सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वरोजगार, स्वाभिमान, सम्मान.. हर क्षेत्र में सरकार ने अत्यंत सराहनीय काम किया है। और हमें इस बात का पूरा भरोसा है कि हर पांच साल में सरकार बदलने वाली परंपरा इस बात टूटेगी.. राज्य में फिर से बीजेपी की सरकार बनने जा रही है।
प्रश्न: विकास को लेकर तो तरह तरह के सवाल उठते रहे हैं… कुछ विस्तार से बताएंगे सरकार के काम के विषय में…?
उत्तर: एक लाख करोड़ की कई जनकल्याणकारी योजनाएं उत्तराखंड को विकास के नए आयाम तक ले जा रही हैं। हम उत्तराखंड में एक और एम्स खोलने को लेकर प्रतिबद्ध थे और हमने एक और एम्स राज्य को दिया है। गर्भवतियों के लिए एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध करवाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं और जल्द ही उनको इसका लाभ मिलेगा। 2900 पदों पर नर्सों की भर्ती की गई है। कोरोना पर जिस बेहतरीन ढंग से उत्तराखंड ने उसे रोकने और लोगों को जागरूक करने के अलावा स्वास्थ्य सेवा देने एवं गरीबों को राशन वितरण किया, इसका प्रमाण सभी को देखने को मिला। उत्तराखंड के युवाओं को फौज में छूट का भी प्रावधान हुआ है। शिक्षा के क्षेत्र में भी बेमिसाल काम हुए हैं। डिग्री कॉलेजों में कार्यरत संविदा प्राध्यापकों को यूजीसी नियमानुसार 57 हजार 700 रुपये मासिक मानदेय दिया। बेहतर शिक्षा व्यवस्था के साथ साथ स्कूलों में फर्नीचर और युवाओं के लिए खेल का सामान एवं महिला मंगलदलों के लिए ढोलक चिमटा भी दिए गए हैं। दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा के छात्र-छात्राओं को निःशुल्क टैबलेट उपलब्ध कराने को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से उनके बैंक खाते में 12 हजार रुपये सरकार द्वारा दिए जा रहे हैं। गांवों में बैंकिंग सुविधा उपलब्ध हो इसके लिए जिला सहकारी बैंक भी स्थापित किये गए हैं। राज्य में शिक्षा का विकास हो इसके लिए डिग्री कॉलेज और आई टी आई की भी बनवायेे गए हैं। राज्य में सड़कों के निर्माण और चौड़ीकरण के क्षेत्र में भी बेहतरीन काम हुआ।
प्रश्न: इतने सारे काम का आप दावा कर रहे हैं.. लेकिन कांग्रेस का दावा है कि वो राज्य में अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है… क्या कहना चाहेंगे आप?
उत्तर: जब कांग्रेस को ही उनके नेतृत्व पर भरोसा नहीं तो जनता को कांग्रेस पर क्या भरोसा होगा। आए दिन तो कांग्रेस नेता पार्टी छोड़ छोड़ के बीजेपी ज्वाइन करते रहे हैं। गांधी परिवार को जनता ने पूरी तरह नकार दिया है। कांग्रेस एक मुद्दा विहीन पार्टी बन के रह गई है। राज्य में भी कांग्रेस की हालत खस्ताहाल है। विपक्ष की झूठी और मुद्दा विहीन राजनीती अब नहीं चल पायेगी। हवा में मुद्दे खड़े करने से उसका जमीनी स्तर पर कोई असर नहीं होता। जमीन पर मात्र काम बोलता है। हमारी सरकार ने अच्छा काम किया है और इसका असर भी दिख रहा है। लोग हमारी सरकार से बहुत ही सन्तुष्ट और खुश हैं। और जहां तक मेरे विधानसभा क्षेत्र का मामला है तो श्रीनगर विधान सभा के लोगों के प्यार को देखकर लगता है सामने वालों की जमानत जब्त होगी।