युगांधर के द्विवार्षिक अमृत महोत्सव ‘हमें गर्व है’ का 14 अगस्त से शुभारंभ
पर्यावरण और यमुना संरक्षण पर काम करने वाला प्रसिद्ध संगठन युगांधर स्वतंत्रता दिवस के अमृत महोत्सव के मौक़े पर ‘हमें गर्व है’ कार्यक्रम का शुभारंभ 14 अगस्त से करने जा रहा है।
युगांधर ’ संगठन के अध्यक्ष राकेश शर्मा ने कहा है कि 75वां स्वाधीनता दिवस देश की स्वतंत्रता के लिए सबकुछ न्योछावर करने वाले वीरों को याद करने का सर्वश्रेष्ठ मौका है।
उन्होंने कहा कि ‘युगांधर’ ने अपने प्रेरणास्रोत और अभिभावक वरिष्ठ पत्रकार और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र दिल्ली के अध्यक्ष पद्मश्री श्री रामबहादुर राय साहब की प्रेरणा से स्वाधीनता के अमृत महोत्सव को दो साल तक मनाने का निर्णय लिया है। कार्यक्रमों की इस श्रृंखला को नाम दिया गया है, ‘हमें गर्व है.’
‘युगांधर’ के महामंत्री, इंटरव्यू टाइम्स के संपादक और प्रमुख पर्यावरणविद श्री महेंद्र सिंह ने बताया कि दो साल तक चलने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला की शुरुआत 14 अगस्त शनिवार को शाम चार बजे होगी। उन्होंने बताया कि ‘युगांधर’ का गठन भी 15 अगस्त को हुआ था।
उन्होंने बताया “हमारा संगठन राष्ट्र चेतना जगाने के साथ प्रकृति के साथ जुड़ाव की सनातन परंपरा को भी साथ लेकर चलता है। इसी क्रम में छात्र-छात्राओं को निशुल्क साइकिलें बांटी जाएंगी। ये सभी होनहार बच्चे पर्यावरण प्रहरी के रूप में सक्रिय रहेंगे और ‘युगांधर’ के संदेश को आगे ले जाएंगे।“
कार्यक्रम संयोजक और प्रमुख समाजसेवी वीरपाल सिंह भरंगर ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ संगठन के प्रेरणास्रोत पद्मश्री श्री राय साहब करेंगे। वो ऑन लाइन कार्यक्रम में जुड़ेंगे। मथुरा जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री किशन सिंह, भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश व्यापार कल्याण बोर्ड के चेयरमैन श्री रविकांत गर्ग और रतन विद्या निकेतन की प्रधानाचार्य श्रीमती सुनीता चौधरी कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित होंगे। उन्होंने बताया कि महाविद्या मंदिर के पास स्थित रतन विद्या निकेतन में होने वाले कार्यक्रम का सीधा प्रसारण फ़ेसबुक पर होगा। ‘युगांधर’ के फ़ेसबुक पर पेज पर इसे शाम चार बजे से देखा जा सकता है।
‘युगांधर’ के उपाध्यक्ष विनोद शर्मा गुड्डू, संगठन मंत्री और प्रवक्ता महेंद्र चौधरी, विशेष कार्यमंत्री महेश पाठक, मंत्री मिंटू शर्मा, सहमंत्री दीपक वर्मा और उमंग शर्मा ने अपील की है कि लोग इस कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़ें और स्वाधीनता सेनानियों को याद करें।