Satyajit Ray: सत्यजित राय के सिनेमा पर हिंदी में महत्वपूर्ण पुस्तक
नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित विश्व पुस्तक मेले (New Delhi World Book Fair 2024) के अंतिम दिन रविवार को एक महत्वपूर्ण पुस्तक ‘सत्यजित राय का अपूर्व संसार’ के दो खंडों का प्री लॉन्च हुआ।
झारखंड की प्रसिद्ध साहित्यकार विजय शर्मा द्वारा संपादित ये पुस्तक महान फिल्मकार सत्यजित राय के समस्त सिनेकर्म पर लिखे विस्तृत लेखों का संग्रह है, जिसे 41 अलग अलग लेखकों ने लिखा है। दो खंडों में आई इस पुस्तक को पुस्तकनामा ने प्रकाशित किया है।
प्रीलॉन्च कार्यक्रम लेखक-समीक्षक वैभव मणि त्रिपाठी, आशीष कुमार सिंह और प्रकाशक महेश्वर दत्त शर्मा की मौजूदगी में संपन्न हुआ।
इस दौरान वैभव मणि त्रिपाठी ने बताया कि साहित्यिक संस्था ‘सृजन संवाद’ के एक कार्यक्रम के दौरान सत्यजित राय के संपूर्ण सिने संसार पर आधारित एक पुस्तक की संकल्पना की गई थी, विजय शर्मा ने इस पुस्तक के संपादन की जिम्मेदारी उठाई और इसे पूरा किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुस्तक के सह लेखक और ‘न्यू डेल्ही फिल्म फाउंडेशन’ के संस्थापक आशीष कुमार सिंह ने बताया कि सत्यजित राय का सिनेमा समय का दस्तावेज है और उनकी फिल्मों ने भारतीय सिनेमा को अपना मौलिक साहित्य और सिने व्याकरण रचने-गढ़ने में पथ प्रदर्शक का काम किया है।
इस लिहाज से गंभीर सिनेमा पसंद करने वालों के साथ-साथ फिल्म, मीडिया और समाजशास्त्र के विद्यार्थियों के लिए भी ये पुस्तक हिंदी में एक महत्वपूर्ण संदर्भ ग्रंथ साबित होगी।
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सत्यजीत राय: मानवीय मूल्यों के महान फिल्मकार
सत्यजित राय एक महान फिल्मकार और लेखक थे, जिन्होंने भारतीय सिनेमा को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी फिल्में मानवीय मूल्यों और सामाजिक मुद्दों पर आधारित हैं, और आज भी प्रासंगिक हैं। सत्यजित राय को “माणिक दा” के नाम से भी जाना जाता है।
सत्यजित राय की पहली फिल्म “पथेर पांचाली” ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाई। राय ने 37 फिल्मों का निर्देशन किया, जिनमें “अपु ट्रिलॉजी”, “जलसाघर”, “चारुलता”, “अरण्येर दिन रात्रि” और “शतरंज के खिलाड़ी” शामिल हैं।
सत्यजित राय को 32 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और ऑस्कर सहित कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उन्हें ‘भारत रत्न’ और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से मानद डॉक्टरेट भी मिला।
राय एक कुशल लेखक भी थे, जिन्होंने “फेलू दा”, “प्रोफ़ेसर शोंकू” और “तारिणी खुरो” जैसे लोकप्रिय चरित्रों का निर्माण किया।
राय ने गैर-पेशेवर अभिनेताओं और टेक्निशियनों के साथ आउटडोर लोकेशन पर रियल लाइट में फिल्मांकन किया। वे अपनी फिल्मों के संगीत के लिए भी जाने जाते हैं।
Satyajit Ray’s films सत्यजित राय की फिल्में
सत्यजित राय की प्रमुख फ़िल्में बतौर निर्देशक Major films of Satyajit Ray as a director
वर्ष : फ़िल्म
1991 आगन्तुक
1990 शाखा प्रशाखा
1989 गणशत्रु
1987 सुकुमार राय
1984 घरे बाइरे
1981 पिकूर डायरी
1981 सद्गति
1980 हीरक राजार देशे
1978 जॉय बाबा फेलुनाथ
1977 शतरंज के खिलाड़ी
1976 जन अरण्य
1976 बाला
1974 सोनार केल्ला
1973 अशनि संकेत
1972 प्रतिद्वंद्वी
1972 द इनर आइ
1971 सीमाबद्ध
1971 सिक्किम
1970 अरण्येर दिनरात्रि
1968 गुपी गाइन बाघा बाइन
1967 चिड़ियाखाना
1966 नायक
1965 कापुरुष
1965 महापुरुष
1965 टू
1964 चारुलता
1963 महानगर
1962 अभियान
1962 कांचनजंघा
1961 रवीन्द्रनाथ ठाकुर
1961 तीन कन्या
1960 देवी
1959 अपुर संसार
1958 पारश पत्थर
1958 जलसाघर
1956 अपराजितो
1955 पथेर पांचाली
सत्यजित राय की प्रमुख फिल्में बतौर लेखक Major films of Satyajit Ray as a writer
वर्ष फ़िल्म
2003 बॉम्बईयर बॉम्बेटे
1995 टार्गेट
1994 उत्तोरण
1991 आगन्तुक
1991 गूपी बाघा फिरे इलो
1990 शाखा प्रशाखा
1989 गणशत्रु
1984 घरे बाइरे
1983 फटिक चन्द
1981 पिकूर डायरी
1981 सद्गति
1980 हीरक राजार देशे
1978 जॉय बाबा फेलुनाथ
1977 शतरंज के खिलाड़ी
1976 जन अरण्य
1974 सोनार केल्ला
1973 अशनि संकेत
1972 प्रतिद्वंद्वी
1972 द इनर आइ
1971 सीमाबद्ध
1971 सिक्किम
1970 अरण्येर दिनरात्रि
1970 बक्सा बादल
1968 गुपी गाइन बाघा बाइन
1967 चिड़ियाखाना
1966 नायक
1965 कापुरुष
1964 चारुलता
1963 महानगर
1962 अभियान
1962 कांचनजंघा
1961 रवीन्द्रनाथ ठाकुर
1961 तीन कन्या
1960 देवी
1959 अपुर संसार
1958 जलसाघर
1956 अपराजितो
1955 पथेर पांचाली
1950 चिनमूल
बतौर निर्माता सत्यजित राय की प्रमुख फ़िल्में Major films of Satyajit Ray as a producer
वर्ष फ़िल्म
1991 आगन्तुक
1962 कांचनजंघा
1961 तीन कन्या
1960 देवी
1959 अपुर संसार
1958 जलसाघर
1956 अपराजितो