नई आकाशगंगा ‘बेबी मिल्की वे’ ने पलट दी वैज्ञानिकों की थ्योरी
हाल ही में खगोलविदों ने बताया कि हमारी आकाशगंगा की तरह दिखने वाली 12 बिलियन प्रकाश वर्ष दूर एक अन्य सुनहरे प्रभामंडल वाली आकाशगंगा है। जिसे उन्होंने ‘SPT0418-47’ नाम दिया है। गौरतलब है कि ब्रह्मांडीय इतिहास में यह पहली बार है कि ब्रह्मांड में एक उभार देखा गया है जो SPT0418-47 के रूप में पृथ्वी से सबसे दूर हमारी आकाशगंगा जैसा दिखता है।
ये हैं इसकी खास बातें
खगोलविदों के अनुसार, यह शिशु तारा प्रणाली (Infant Star System) ब्रह्मांड के बारे में प्रारंभिक वर्षों में किये गए विश्लेषण को चुनौती देती है। इस आकाशगंगा की खोज में शामिल यूरोपीय दक्षिणी वेधशाला (European Southern Observatory- ESO) ने कहा है कि ‘SPT0418-47’ नामक आकाशगंगा इतनी दूर है कि इसके प्रकाश को पृथ्वी तक पहुँचने में अरबों वर्ष लग गए।
खगोलविदों ने बताया कि जब ब्रह्मांड की आयु 1.4 अरब वर्ष थी तब इस आकाशगंगा की मौजूदगी थी और ब्रह्मांड में आकाशगंगाएँ अभी भी सृजित हो रही हैं।
‘बेबी’ SPT0418-47 आकाशगंगा को चिली में स्थित ‘अल्मा रेडियो टेलीस्कोप’ (Alma Radio Telescope) द्वारा ‘गुरुत्त्वाकर्षण लेंसिंग’ (Gravitational Lensing) नामक तकनीक का उपयोग करके खोजा गया था जिसमें पास स्थित एक आकाशगंगा एक शक्तिशाली आवर्धक काँच (Magnifying Glass) के रूप में कार्य करती है।
‘SPT0418-47’ आकाशगंगा में ये विशेषताएँ हमारी आकाशगंगा के समान हैं:
1-एक घूर्णन डिस्क 2-एक उभार जो गैलाक्टिक केंद्र (Galactic Centre) के चारों ओर उपस्थित तारों के उच्च घनत्व को दर्शाता है।